हरियाणा में रंजीता मेहता की HSCCW महासचिव पद से छुट्टी; गवर्नर का आदेश, 2022 में 3 साल के लिए नियुक्ति की गई थी
Haryana BJP Ranjita Mehta Relieved From Post HSCCW General Secretary
HSCCW Secretary General: हरियाणा में रंजीता मेहता को राज्य बाल कल्याण परिषद (HSCCW) के मानद महासचिव पद से रिलीव कर दिया गया है। गवर्नर बंडारु दत्तात्रेय की ओर से इस संबंध में आदेश जारी किया गया है। जारी आदेश में कहा गया है कि, रंजीता मेहता को हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद (HSCCW) के मानद महासचिव पद से रिलीव किया जाता है और 13 मई, 2022 को उनकी नियुक्ति संबंधी जारी आदेश को तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाता है। वहीं आदेश में आगे कहा गया कि, अब महिला एवं बाल कल्याण विभाग, हरियाणा अगले आदेश तक हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के रोज के कामों को देखेगा।
2022 में 3 साल के लिए नियुक्ति की गई थी
रंजीता मेहता की 13 मई, 2022 को हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद (HSCCW) के मानद महासचिव पद पर 3 साल के लिए नियुक्ति की गई थी। लेकिन 3 साल का कार्यकाल पूरा होने से पहले ही उन्हें 2 साल से कम समय में ज़िम्मेदारी से हटा दिया गया। ऐसे में कई सवाल उठ रहे हैं। सियासी गलियारों में रंजीता मेहता को लेकर चर्चा तेज हो गई है। रंजीता मेहता पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल की करीबी रही हैं। पिछले दिनों मनोहर लाल भी सीएम पद से हट चुके हैं।
2020 में पूर्व सीएम मनोहर लाल ने जॉइन कराई थी पार्टी
दिसंबर 2020 में हरियाणा नगर निगम चुनाव से ठीक पहले रंजीता मेहता को सीएम मनोहर लाल ने बीजेपी जॉइन कराई थी। तब मनोहर लाल सीएम रहने के बावजूद खुद रंजीता मेहता के पंचकूला सेक्टर 16 स्थित घर पहुंचे थे और उन्हें पार्टी में शामिल किया था। बीजेपी में शामिल होने से पहले रंजीता मेहता कांग्रेस में थीं। रंजीता मेहता कांग्रेस में रहते हुए पार्टी की बेबाक, तेजतर्रार और चर्चित प्रवक्ता रहीं। रंजीता मेहता की इसी खूबी को देखते हुए बीजेपी ने भी उन्हें पार्टी प्रदेश प्रवक्ता की ज़िम्मेदारी थी ताकि वह बीजेपी की नीतियों और विचारों को बेहतरीन तरीके से जनता के बीच में रख सकें। साथ ही सियासी बिसात पर विपक्ष नेताओं के हमलों और सवालों का जवाब दे सकें।